मुक्ताप्रसाद नगर के सेक्टर 4 स्थित एक मकान में 15 जुलाई को मिले थे वृद्ध दंपति के शव

किरायेदारों ने ही लूटपाट के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर दिया था वारदात को अंजाम

बीकानेर। शहर के मुक्ताप्रसाद नगर थाना इलाके में बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या का पुलिस ने आज पर्दाफाश कर दिया है। हत्या की इस वारदात को अंजाम देने वालों में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

पुलिस अधीक्षक कविंद्र सागर में पत्रकारों को बताया कि इस मामले में पुलिस ने 3 जनों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बीकानेर निवासी अरुण ओझा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश निवासी रोहित बंसल और प्रिया सिसोदिया को पकड़ा हैं। वहीं इस मामले के अन्य आरोपी कर्मवीर और प्रियांशु की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन्होंने षडयंत्र पूर्वक वृद्ध दंपति को अकेला देख 13 जुलाई की रात को घर में घुसकर दोनों की गला दबाकर हत्या कर दी थी और मकान में रखे जेवरात व नकदी लेकर भाग निकले थे।

एसपी ने प्रकरण के खुलासे के लिए 7 टीमों का गठन किया, जिन्होंने अलग-अलग जगह दबिश दी। एसपी ने बताया कि वारदात में मुख्य षडयंत्रकर्ता अरुण ओझा और उसकी पत्नी प्रियंका थे, जो मृतक के मकान में बतौर किराएदार निवास करते थे। जहां पर प्रियंका की माता-पिता का आना-जाना था। पुलिस ने अरुण ओझा को डिटेन कर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सौरभ तिवारी ने बताया कि हत्या के समय आरोपियों ने टीवी की आवाज तेज कर दी थी ताकि वृद्ध दंपति की चीखें बाहर न जाए। 15 जुलाई को जब घर से बदबू आने लगी तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद हत्या की वारदात उजागर हुई।

डबल मर्डर का खुलासा कर आरोपीगणों को गिरफ्‌तार करने वाली टीम में ये रहे शामिल

पुलिस थाना मुक्ताप्रसाद नगर के थानाधिकारी इंस्पेक्टर विजेन्द्र सीला, पुलिस थाना कोटगेट के थानाधिकारी इंस्पेक्टर विश्वजीतसिंह, शहर कोतवाल सब इंस्पेक्टर जसवीरसिंह, नयाशहर थानाधिकारी सब इंस्पेक्टर विकम तिवाड़ी, सब इंस्पेक्टर रेणु बाला, सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र कुमार, साइबर सैल के एएसआई दीपक यादव, हैड कांस्टेबल रामकुमार, हैड कांस्टेबल हेतराम, कांस्टेबल कैलाश, कांस्टेबल छगनलाल, कांस्टेबल संजय, कांस्टेबल रवीन्द्र, कांस्टेबल पंकज, कांस्टेबल काशीराम, महिला कांस्टेबल संजू, कांस्टेबल श्रीराम।