बाड़मेर में सरहदी क्षेत्र के गांव में अरबों रुपए के मादक पदार्थ बनाने की थी तैयारी, महाराष्ट्र से जुड़े तार

बाड़मेर। जिले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है जो एक घर में संचालित किया जा रहा था। जिले के चौहटन इलाके के सेड़वा क्षेत्र में स्थित कारटिया ग्राम पंचायत के ढोलकिया गांव में एक रहवासीय मकान के पीछे बने कमरे में संचालित हो रही अवैध ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है सबसे बड़ी बात है कि पुलिस रेड में भारी मात्रा में केमिकल, मादक पदार्थ बनाने की मशीनें बरामद की हैं।

पुलिस ने जिस ड्रग्स फैक्ट्री को पकड़ा है, वहां घर से करीब 50 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के केमिकल, सामग्री और ड्रग्स बनाने के उपकरण बरामद किये गए हैं। बताया जा रहा है कि इन केमिकल और सामग्री से अरबों रुपये की मादक पदार्थ तैयार किये जा सकते थे। बाड़मेर पुलिस ने एनसीबी के अधिकारियों को भी सूचना देकर मौके पर बुलाया और आगे की कार्रवाई कर रही है।

पुलिस अधीक्षक नरेंद्रसिंह मीणा के नेतृत्व में इस पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया गया, जानकारी के अनुसार, इस फैक्ट्री के तार महाराष्ट्र से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि एक मुख्य आरोपी, जो मौके से फरार हो गया, उसका स्थाई रूप से महाराष्ट्र में रहने की जानकारी सामने आ रही है। पुलिस ने कुछ महिलाओं सहित आरोपियों को हिरासत में लिया है उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।

बाड़मेर जिले में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री पकड़े जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पुलिस और NCB की संयुक्त कार्यवाही में रामसर इलाके में एक ऐसी ही अवैध फैक्ट्री पकड़ी थी। सेड़वा और रामसर दोनों ही सरहदी क्षेत्र हैं और भारत माला हाइवे से जुड़े हुए हैं। इस हाइवे के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी पंजाब, हरियाणा, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में आसानी से की जा सकती है। इस तरह की गतिविधियों का पकड़ा जाना और खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा हैं, फिलहाल बाड़मेर पुलिस ने NCB को सूचना दी है। ऐसे में जोधपुर से एनसीबी की टीम मौके पर पहुंच रही है उसके बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।